आलोचना संग्रह हिंदी साहित्य के पुरोधा’ के इस द्वितीय संस्करण में हिंदी साहित्य के 13 पुरोधाओं के जीवन और सृजन पर मेरे आलेख के साथ ही,इस पुस्तक पर की गई तीन समीक्षाएँ भी शामिल हैं । समीक्षक हैं :
प्रो. हरिमोहन ( कुलपति)
प्रो. रमा (प्राचार्या,हंसराज कॉलेज)
डॉ. भावना शुक्ला (सहायक प्रोफ़ेसर)